Monday 22 January 2018

Dr. Ramkumar Verma


डॉ. रामकुमार वर्मा का जन्म मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में 15 सितंबर सन् 1905 ई. में हुआ। इनके पिता लक्ष्मी प्रसाद वर्मा डिप्टी कलैक्टर थे। वर्माजी को प्रारम्भिक शिक्षा इनकी माता श्रीमती राजरानी देवी ने अपने घर पर ही दी, जो उस समय की हिन्दी कवयित्रियों में विशेष स्थान रखती थीं। बचपन में इन्हें "कुमार" के नाम से पुकारा जाता था। रामकुमार वर्मा में प्रारम्भ से ही प्रतिभा के स्पष्ट चिह्न दिखाई देते थे। ये सदैव अपनी कक्षा में प्रथम आया करते थे। पठन-पाठन की प्रतिभा के साथ ही साथ रामकुमार वर्मा शाला के अन्य कार्यों में भी काफ़ी सहयोग देते थे। अभिनेता बनने की रामकुमार वर्मा की बड़ी प्रबल इच्छा थी। अतएव इन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन में कई नाटकों में एक सफल अभिनेता का कार्य किया है। रामकुमार वर्मा सन् 1922 ई. में दसवीं कक्षा में पहुँचे। इसी समय प्रबल वेग से असहयोग की आँधी उठी और रामकुमार वर्मा राष्ट्र सेवा में हाथ बँटाने लगे तथा एक राष्ट्रीय कार्यकर्ता के रूप में जनता के सम्मुख आये। इसके बाद वर्माजी ने पुनः अध्ययन प्रारम्भ किया और सब परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करते हुए प्रयाग विश्वविद्यालय से हिन्दी विषय में एम. ए. में सर्वप्रथम आये। रामकुमार वर्मा ने नागपुर विश्वविद्यालय की ओर से 'हिन्दी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास' पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। अनेक वर्षों तक रामकुमार वर्मा प्रयाग विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में प्राध्यापक तथा फिर अध्यक्ष रहे हैं।

पुरस्कार

"साहित्य और शिक्षा" की श्रेणी में उनके योगदान के लिए उन्हें 1963 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

कृतियाँ

    'वीर हमीर' (काव्य-सन 1922 ई.)
    'चित्तौड़ की चिंता' (काव्य सन् 1929 ई.)
    'साहित्य समालोचना' (सन 1929 ई.)
    'अंजलि' (काव्य-सन 1930 ई.)
    'अभिशाप' (कविता-सन 1931 ई.)
    'हिन्दी गीतिकाव्य' (संग्रह-सन 1931 ई.)
    'पृथ्वीराज की आँखें' (एकांकी संग्रह-सन 1938 ई.)
    'कबीर पदावली' (संग्रह सम्पादन-सन 1938 ई.)
    'हिन्दी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास' (सन 1939 ई.)
    'जौहर' (कविता संग्रह- 1941 ई.)
    'रेशमी टाई' (एकांकी संग्रह-सन 1941 ई.)
    'शिवाजी' (सन 1943 ई.)
    'चार ऐतिहासिक एकांकी' (संग्रह-सन 1950 ई.)
    'रूपरंग' (एकांकी संग्रह-सन 1951 ई.)
    'कौमुदी महोत्सव'

निधन

डॉ. रामकुमार वर्मा का निधन 1990 ई. में हुआ

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