लक्ष्मी नारायण मिश्र जी का जन्म सन 1903 में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ ज़िले के बस्ती नामक ग्राम में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1928 में अपनी बी.ए. की परीक्षा 'केंद्रीय हिन्दू कॉलेज', काशी से उत्तीर्ण की थी। 18 वर्ष की अवस्था से ही लक्ष्मी नारायण मिश्र साहित्य सृजन की ओर उन्मुख हुए। उनकी 'अंतर्जगत्' (1921-1922 ई.) नामक काव्य रचना उसी समय की है। इसके उपरांत आपकी नाटकीय प्रतिभा का उदय प्रारम्भ हुआ। 'अशोक' उनका पहला नाटक है। प्रलय के पंख पर' और 'अशोक वन' मिश्रजी के दो एकांकी संग्रह हैं। 'प्रलय के पंख पर' नामक एकांकी सग्रह में लेखक की छ: एकांकी संग्रहीत हैं। प्राय: समस्त एकांकी समस्या प्रधान हैं। अधिकांश एकांकी विशुद्धत: नारी समस्या को आधार बनाकर लिखी गई हैं। दो-एक एकांकी ग्रामीण भावभूमि तथा वहाँ के जन-जीवन से उत्पन्न समस्याओं पर लिखी गई हैं। इन दो संग्रहों के अतिरिक्त 'भगवान मनु तथा अन्य एकांकी' भी एक संग्रह है। इसके सभी एकांकी पौराणिक और ऐतिहासिक हैं। 'भगवान् मनु', 'विधायक पराशर', 'याज्ञवल्क्य', 'कौटिल्य', 'आचार्य शंकर', एकांकी के ये नाम ही हिन्दुत्व और भारतीय संस्कृति के ऐसे उज्ज्वल उदाहरण लगते हैं कि हिन्दू मन इनसे सर्वथा अभिभूत हो जाता है। इन एकांकियों की शिल्पविधि पर रेडियो एकांकी कला और उसके शिल्प संगठन का प्रभाव स्पष्ट है। ये एकांकियाँ जयशंकर प्रसाद के नाटकों की भाँति ही पठन-पाठन की सुन्दर सामग्री उपस्थित करती हैं, पर इनका रंगमंचीय पक्ष उतना ही निर्बल और जटिल है।मिश्र जी के एकांकी विषय वस्तु की दृष्टि से पौराणिक, ऐतिहासिक, तथा मनोवैज्ञानिक पृष्ठ भूमि लिए हुए हैं। उनके एकांकियों में पात्र कम संख्या में रहते हैं। वे उनका चरित्रांकन इस प्रकार करते हैं कि वे लेखक के मानसपुत्र न लग कर जीते-जागते और अपने निजी जीवन को जीते हुए लगते हैं। मिश्र जी की सम्वादयोजना सार्थक, आकर्षक, सरल, संक्षिप्त, मर्मस्पर्शी तथा नाटकीय गुणों से परिपूर्ण होती है।
कृतियाँ
नाटक
अशोक,
संन्यासी ,
रक्षा का मन्दिर,
मुक्तिका रहस्य ,
आधी रात,
गरुड़ध्वज ,
नारद की वीणा,
वत्सराज और दशाश्वमेध,
वितस्ता की लहरें,
चक्रव्युह,
समाज के स्तम्भ,
गुड़िया का घर,
मिस्टर अभिमन्यु,
अन्य रचनाएँ
अन्तर्जगत् (कविता संग्रह)
अशोक वन (एकांकी संग्रह)
निधन
लक्ष्मी नारायण मिश्र जी का निधन सन 1987 में हुआ।
कृतियाँ
नाटक
अशोक,
संन्यासी ,
रक्षा का मन्दिर,
मुक्तिका रहस्य ,
आधी रात,
गरुड़ध्वज ,
नारद की वीणा,
वत्सराज और दशाश्वमेध,
वितस्ता की लहरें,
चक्रव्युह,
समाज के स्तम्भ,
गुड़िया का घर,
मिस्टर अभिमन्यु,
अन्य रचनाएँ
अन्तर्जगत् (कविता संग्रह)
अशोक वन (एकांकी संग्रह)
निधन
लक्ष्मी नारायण मिश्र जी का निधन सन 1987 में हुआ।
0 Comment to "Pt. Laxmi Narayan Mishra"
Post a Comment