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Friday 12 January 2018

Characteristics of the Computer

आधुनिक कंप्यूटर की विशेषताये निम्नलिखित है-

(1)-Accuracy(विशवसनियता) :- कंप्यूटर बिना किसी हानी के सभी कार्य अच्छी प्रकार करता है! यह किसी भी संख्या की गणना करने में गलती नही करता है! कंप्यूटर चलने वाला व्यक्ति गलती कर सकता है परन्तु कंप्यूटर कभी भी गलती नही करता है!

(2)-Speed(गति) :- कंप्यूटर की Speed बहुत तेज होती है यह लाखो करोड़ो की गणना कुछ ही सेकेण्ड में कर लेता है!

(3)-Tireless(फुर्तीला) :- कंप्यूटर बिना थके निरन्तर कार्य करता रहता है! यह कभी भी सुस्त नही पड़ता है यह मानव की अपेक्षा निरन्तर कार्य करता रहता है और कभी भी थकता नही है!

(4)-Storage capacity(संग्रह क्षमता) :-कंप्यूटर के अन्दर विशाल संग्रह क्षमता होती है यह बहुत सारी सूचनाओ को Store कर सकता है!कंप्यूटर के अंदर Store की गयी सूचनाये अपने आप कभी खत्म नही होती चाहे कंप्यूटर Switch off हो जाये! आप स्वंय अनउपयोगी और बेकार सूचनाओ को खत्म कर सकते है!

(5)-Versatility(बहुउपयोगी) :- कंप्यूटर एक ही समय में भिन्न-भिन्न कार्य कर सकता है! एक तरफ यह आपके program में किसी problem को solve कर सकता है तथा दूसरी तरफ आपका entertainment भी कर सकता है!

(6)-Easy to use(प्रयोग में आसन) :- कंप्यूटर एक छोटी मशीन होती है! इसको चलाना बहुत आसन है! इसको चलाने के लिए अधिक बाल की आवश्कता नही होती है! यह छोटी सी जगह पर रखकर प्रयोग किया जा सकता है!

(7)-Meaningful answer provider(तर्कसंगत निर्णय प्रदाता) :- कंप्यूटर आंकड़ो के आधार पर कार्य करता है! यह हमें तर्कपूर्ण उतर प्रदान करता है! कंप्यूटर दो भिन्न प्रकार की वस्तुओ की तुलना कर सकता है! फिर उनकी भिन्नता के आधार पर विशलेषण करके परिणाम देता है! यह कभी गलत उत्तर नही देता, हमेशा तर्कसंगत निर्णय प्रदान करता है!

(8)-Computer machine(सम्पूर्ण मशीन) :- कंप्यूटर को सम्पूर्ण मशीन कहा जा सकता है क्योंकि इसके द्वारा हम अनेक समस्याओ का हल निकाल सकते है कंप्यूटर पर संगीत सुनना, खेल खेलना, फिल्मे देखना, टाइपिंग करना, वैज्ञानिक समस्याओ का समाधान करना आंकड़ो की गणना करना तथा आंकड़ो लो स्टोर करना आदि कार्य किये जा सकते है! अत: हम कह सकते है की कंप्यूटर एक सम्पूर्ण मशीन है!

Generations of the computer

प्रथम पीढी (Frist Generations)

1942 – 1955

इस पीढ़ी के कंप्यूटर बहुत बड़े होते थे | इसमें वैकयूम ट्यूब (Vacuum Tube ) लगे हुए थे| जिनके कारण यह कंप्यूटर बहुत गर्मी पैदा करते थे | इस पीढ़ी के कंप्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं था | इसमें चलाने वाले प्रोग्राम्स को पंचकार्ड में स्टोर करके रखा जाता था | इन कंप्यूटरों को चलाने के लिए मशीनी भाषा का उपयोग किया जाता था | इस पीढ़ी के कंप्यूटर में डाटा स्टोर करने की क्षमता बहुत कम होती थी |

दूसरी पीढ़ी (Second Generation)

1956 - 1963

कंप्यूटर विकास की दूसरी पीढ़ी में ट्रांजिस्टर का आविष्कार हुआ | जिन्हें कंप्यूटर निर्माण में वैक्यूम टूयूब्स के स्थान पर उपयोग किया जाने लगा| ट्रांजिस्टर का आकार वैक्यूम टूयूब्स की तुलना में काफी छोटा होता है | जिससे कंप्यूटर छोटे कम गर्मी उत्पन्न करने वाले तथा अधिक कार्य
 क्षमता व तेज गति के गणना करने में सक्षम थे |

तीसरी पीढ़ी (Third generation)

1964-1975

इस पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर की जगह इंटीग्रेटेड सर्किट यानि आईसी ने ले ली और इस प्रकार कंप्यूटर का आकार बहुत छोटा हो गया, स्केल इंटीग्रेटेड सर्किट के कारण इन कंम्यूटरों की गति माइक्रो सेकंड से नेनो सेकंड तक  हो गयी।  यह कंम्पयूटर छोटे और सस्ते बनने लगे और साथ ही उपयोग में भी आसान होते थे। इस पीढी में उच्च स्तरीय भाषा पास्कल और बेसिक का विकास हुआ।

चौथी पीढ़ी (Fourth generation)

1976-1989

इस पीढ़ी में माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग किया गया| अब कंप्यूटर की गति तेज हो गई और अब गर्मी पैदा होने का समस्या भी ख़त्म हो गई| इस पीढ़ी में LAN और WAN नेटवर्क का भी विकास हुआ | इस पीढ़ी में ऑपरेटिंग सिस्टम भी आ गया| चोथी पीढ़ी में ही पहली बार यूजर का परिचय ऑपरेटिंग सिस्टम से हुआ| इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम डॉस (CMD) का उपयोग किया गया| कुछ समय बाद इसमें माइक्रोसॉफ्ट का विंडो भी आया, तभी मल्टीमीडिया का भी विकास हो गया| इसी समय कंप्यूटर प्रोग्रामिंग C भाषा का भी विकास हुआ| इसकी मदद से अब प्रोग्रामिंग करना भी सरल हो गया|

पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation )

1989 से अब तक

Ultra Large-Scale Integration (ULSI) यूएलएसआई, ऑप्टीकल डिस्क जैसी चीजों का प्रयोग इस पीढी में किया जाने लगा, कम से कम जगह में अधिक डाटा स्टोर किया जाने लगा। जिससे पोर्टेबल पीसी, डेस्कटॉप पीसी, टेबलेट आदि ने इस क्षेञ में क्रांति ला दी। इंटरनेट, ईमेल, WWW का विकास हुआ। इसमें विडोंज के नये रूपों से परिचय हुआ, विकास अभी भी जारी है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) पर जोर दिया जा रहा है।

Thursday 11 January 2018

History of Computer

कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)


 अबेकस (Abacus)

आविष्कारक – ली काई चेन (चीन)

समय – 16 वी शताब्दी

अबेकस लकड़ी का एक आयताकार ढांचा होता था, जिसके अंदर तारो का एक फ्रेम लगा होता था| क्षैतिज तारो में गोलाकार मोतियों के द्वारा गणना कि जाती थी |

इसका प्रयोग जोड़ने घटाने व वर्गमूल निकालने के लिए किया जाता था|


 नेपियर्स बोन्स (Napier’s Bones)

आविष्कारक – जॉन नेपियर(स्काटलेंड)

समय – 1617

इसमें आयताकार पट्टियाँ होती थी, जिन पर 0 से 9 तक के पहाड़े इस प्रकार लिखे होते थे, कि एक पट्टी के दहाई के अंक दूसरी पट्टी के इकाई के अंक के पास आ जाते थे |

इससे गुणा अत्यंत शीघ्रतापूर्वक कि जा सकती थी |



स्लाइड रुल (Slide Rule)

आविष्कारक – विलियम ऑटरेड(जर्मनी)

समय – 1620

इसमें दो विशेष प्रकार कि चिन्हित पट्टीयां  होती थी, जिन्हें बराबर में रखकर आगे पीछे करके लघुगणक कि क्रिया होती थी


पास्कलाइन (Pascaline) 

आविष्कारक – ब्लेज पास्कल (फ़्रांस)

समय – 1642

यह प्रथम मकैनिकल एडिंग मचिन थी, यह ओडोमीटर और घडी के सिद्धान्त पर कार्य करती थी|

इसका प्रयोग जोड़ने व घटाने के लिए किया जाता था|


 लेबनीज का यांत्रिक कैलकुलेटर

आविष्कारक – गोटफ्रेड वोन लेबनीज (जर्मनी)

समय – 1671

इस मशीन को लेबनीज की रेकोनिंग (Reckoning) मशीन भी कहा जाता है|

यह मशीन जोड़ घटा के साथ गुणा व भाग करने में भी समर्थ थी|



 जेकोडार्स लूम (Jacquard Loom)

आविष्कारक – जोसेफ-मेरी जैकार्ड (फ़्रांस)

समय – 1801

इसका प्रयोग कपडे बुनने के लिए किया जाता था, इसमें बुनाई का डिज़ाइन डालने के लिए छिद्र किये हुए कार्डो का प्रयोग होता था |


 डिफरेंस इंजन (Difference Engine ) 

आविष्कारक – चार्ल्स बैबेज (इंग्लैंड)

समय – 1822

इस मशीन में शाफ़्ट व गैर लगे होते थे, और यह भाप से चलती थी|

इस मशीन कि सहायता से विभिन्न बीजगणितीय फलनो का मान दशमलव के 20 स्थान तक निकला जा सकता था|


एनालिटिकल इंजन (Analytical Engine) 

आविष्कारक – चार्ल्स बैबेज (इंग्लैंड)

समय – 1833

इस मशीन को आधुनिक कंप्यूटरो का शुरुआती प्रारूप मन जाता है|

यह एक मैकेनिकल मशीन है|

इसका प्रयोग सभी गणितय क्रियाओ को करने के लिए किया जाता था|


 टैबुलेटिंग मशीन (Tabulating Machine) 

आविष्कारक – हर्मन होलेरिथ(अमेरिका)

समय – 1889

इसमें संख्या पढने का कार्य छेद किये हुए कार्डो द्वारा किया जाता था|

वर्ष 1924 में इसका नाम इंटरनेशनल बिजनेस मशीन(IBM) कर दिया गया|

इसका उपयोग 1890 ई. की जनगणना में किया गया था|


मार्क–1(Mark–1) 

आविष्कारक – हावर्ड आइकन (अमेरिका)

समय – 1944

यह विश्व का प्रथम पूर्ण स्वचालित विधुत यांत्रिक गणना यंत्र था|

इसमें इन्टरलोकिंग पैनल के छोटे गियर्स, काउंटर स्विच और नियंत्रण सर्किट होते थे|

भण्डारण के लिए मैग्नेटिक ड्रम का प्रयोग होता था|

 इसका प्रयोग गणनाए करने के लिए किया जाता था| 


एनिएक(ENIAC-Electronic Numerical IntegratorAnd Calculator)

आविष्कारक – जेपी एकर्ट और जॉन मौचली  (अमेरिका)

समय – 1946

इसमें 18000 वैक्यूम टयूब्स लगी थी|

यह पहला डिजिटल कंप्यूटर था|


एडसैक(EDSAC-Electronic Delay  Storage Automatic Calculator) 

आविष्कारक – मौरिस विल्कस(यूके)

समय – 1949

यह पहला प्रोग्राम संगृहीत डिजिटल कंप्यूटर था|

यह मर्करी डीलेय लाइनस, मेमोरी और वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग लोजिक के लिए करता था| 


एडवैक(EDVAC-Electronic Discrete  Variable Automatic Calculator) 

आविष्कारक – जॉन वोन न्यूमैन (अमेरिका)

समय – 1950

यह 30 टन बड़ा 150 फिट चौड़ा कंप्यूटर था|

इसका प्रयोग गणनाए करने के लिए किया जाता था|


 यूनिवैक(UNIVAC-Universal Automatic Calculator)


आविष्कारक – जे प्रेस्पर एकर्ट और जॉन मौचली(अमेरिका)

समय – 1951

यह सामान्य उद्देश्य के लिए उपयोग किया जाने वाला पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था|

Computer in various fields

Computer in various fields


कंप्यूटर का प्रयोग विभिन्न छेत्रों में भिन्न-भिन्न प्रकार से हो रहा है :-

(1)Computer in Schools :- स्कुल में कंप्यूटर का प्रयोग बच्चो को पढ़ाने में, पत्र लिखने में, बच्चो की फीस व अध्यापको के वेतन का रिकार्ड रखने में किया जाता है! यह बच्चो के परिणाम का रिकार्ड रखने और तकनीकी शिक्षा देने के लिए भी प्रयोग किया जाता है!

(2)Computer in banks :- बैंको में कंप्यूटर का प्रयोग ग्राहक के जमा/भुगतान के रिकार्ड को नियमित रखने के लिए किया जाता है! यह बड़ी-बड़ी गणना करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है! यह AAATM मशीन को चलाने तथा आनलाइन पैसे को एक स्थान से दुसरे स्थान पर स्थान्तरित करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है! आप कंप्यूटर से इन्टरनेट पर अपने खाते की जानकारी भी प्राप्त कर सकते है! कंप्यूटर से बैंको में डिमांड ड्राफ्ट और चैक भी बनाये जाते है!

(3)Computer at railway station and airports :- रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डो पर कंप्यूटर का प्रयोग टिकट बुक करने, रेलगाड़ी अथवा वायुयान की जानकारी प्राप्त करने और यातायात पर नियन्त्रण रखने के लिए किया जाता है! कंप्यूटर के माध्यम से आप इंटरनेट पर रेलवे टाइम टेबल और वायुयान टाइम टेबल तथा किराये से सम्बन्धित जानकारी भी प्राप्त कर सकते है!

(4)Computer in hospitals :- अस्पतालों में कंप्यूटर का प्रयोग तरह-तरह की बीमारियों का पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए किया जाता है कंप्यूटर का प्रयोग X-रे मशीन, कोमा मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन आदि मशीनों को चलाने और विभिन्न प्रकार के टेस्ट प्रतिपादित करने के लिए किया जाता है! यह मरीजो के रिपोर्ट कार्ड बनाने के लिए किया जाता है!

(5)-Computer at police station :- पुलिस स्टेशनों पर कंप्यूटर का प्रयोग अपराधियों के रिकार्ड को रखने को किया जाता है! इससे अपराधी का हुलिया भी बनाया जा सकता है! यह अपराधी को पकड़ने में भी पुलिस की सहायता करता है!

(6)-Computer in homes :- घरो में कंप्यूटर का प्रयोग बच्चो की बुद्धि का विकास करने, मनोरंजन करने और मासिक खर्च का ब्यौरा रखने के लिए किया जाता है!

(7)-Computer in communication :- दूर संचार विभाग में कंप्यूटर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है! आप इंटरनेट के माध्यम से पुरे संसार में अपने मित्रो और परिवार के सदस्यों के साथ जुड़ सकते हो! आप उनको E-mail  के माध्यम से सुचना भेज सकते हो और उनके साथ प्रतिदिन Chat भी कर सकते हो! कंप्यूटर से आप इंटरनेट के माध्यम से देश-विदेश की जानकारी भी प्राप्त कर सकते है!

(8)-Computer in film industry :- फिल्म उधोग में कंप्यूटर का प्रयोग संगीत को संयुक्त करने, तरह तरह के प्रभाव का निर्माण करने के लिए किया जाता है! यह कार्टून फिल्म बनाने के लिए भी किया जाता है!

(9)-Computer in design :- डिज़ाइन के छेत्र में कंप्यूटर का प्रयोग बहुत तेज से हो रहा है! कंप्यूटर का प्रयोग Fashion design, Machine design, township plan, House plan, Web design, Cartoon design तथा विभिन्न प्रकार की चीजो के design बनाने के लिए किया जाता है!

(10)-Computer in space technology :- कंप्यूटर का प्रयोग अन्तरिक्ष में उपग्रहों के कार्यो को नियंत्रित करने के लिए तथा अन्तरिक्ष यान को चलाने अन्तरिक्ष में दूरियों की गणना करने के लिए किया जाता है! यह अन्तरिक्ष में अन्तरिक्ष यान के मार्गो को सुनिशिचत करने के लिए लिए भी प्रयोग किया जाता है! कंप्यूटर से विभिन्न प्रकार के अन्तरिक्ष प्रयोग भी प्रतिपादित किये जाते है! इसका प्रयोग विभिन्न प्रकार के उपग्रहों को अन्तरिक्ष में स्थापित करने के लिये भी किया जाता है! कंप्यूटर हमे मोसम से सम्बंधित जानकारिया भी प्रदान करता है!

(11)-Computer at shops :- दुकानों पर कंप्यूटर का प्रयोग बिल बनाने, सामान की लिस्ट तेयार करने, सुरक्षा की द्रष्टि से किया जाता है!अलग-अलग प्रकार की दुकानों में कंप्यूटर का प्रयोग अलग-अलग प्रकार से किया जाता है!

(12)-Computer in business :- व्यापर में कंप्यूटर का प्रयोग बहुत तेजी से हो रहा है! कंप्यूटर की सहायता से आप संसार के चारो ओर के शेयर बाजार के उठते और गिरते बाजार भाव के परिणाम को देख सकते है! आप इंटरनेट के माध्यम से कंप्यूटर पर Bombay stock Exchange, Delhi stock Exchange, National stock Exchange के सुचांक के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है!आप कंप्यूटर पर मनपसन्द कम्पनी के शेयर खरीदकर निवेश कर सकते है तथा अपनी लाभ हानि को भी देख सकते है!

(13)-Computer in defence :- कंप्यूटर का प्रयोग किसी भी देश की सुरक्षा के लिए किया जाता है! इसके द्वारा आप दुश्मन देश के अस्त्रों-शस्त्रों, परमाणु क्षमता, मिसाईल, रोकेट, सेना बल आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है! कंप्यूटर के माध्यम से विभिन्न प्रकार की मिसाईल, रोकेट, परमाणु बम, गोला बारूद, आदि का निर्माण किया जाता है! कंप्यूटर के माध्यम से विभिन्न प्रकार की मिसाईलो और परमाणु बम का परिक्षण किया जाता है!

(14)-Computer in printing :- कंप्यूटर छपाई के छेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है! आजकल सभी छपाई का कार्य जैसे-किताबे, पत्रिकाए, अख़बार, विभिन्न प्रकार के कार्ड्स( शादी कार्ड्स, विजिंटिंग कार्ड्स, पम्पलेट, बिलबुक, लैटरपेड आदि) बैनर, बोर्ड्स, आदि कंप्यूटर से ही हो रहा है! कंप्यूटर ने छपाई के छेत्र में एक क्रांति ला दी है!

(15)-Computer in agriculture :- कंप्यूटर क्रषि के छेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है! कंप्यूटर की सहायता से प्रयोगशालाओ में विभिन्न प्रकार के प्रयोग प्रतिपादित किये जाते है! कंप्यूटर से विभिन्न प्रकार के बीज,कीटनाशक, रसायन उर्वरक आदि की खोज की जाती है! कंप्यूटर के प्रयोग से विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षियों की संकर नस्ले भी तेयार की जाती है! कंप्यूटर के माध्यम से विभिन्न प्रकार के पशु रोगों की खोज की जाती है तथा उनके उपचार हेतु आवश्यक दवाईयो की खोज भी की जाती है! क्रषि के छेत्र में कंप्यूटर द्वारा किये गये प्रयोग के परिणाम कुछ ही सेकेंड्स में मिल जाते है जिनको प्राप्त करने के लिए पहले कई वर्षो का समय लगता था!


Introduction to Computer

Introduction to Computer


कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के "Compute" शब्द से बना है, जिसका अर्थ है "गणना", करना, Computer का अर्थ है गणना करने वाला, इसीलिए इसे संगणक या अभिकलित्र भी कहा जाता है|


कंप्यूटर कि परिभाषा



कंप्यूटर बिजली से चलने वाला एक ऐसा यंत्र है जो बहुत तीव्र गति से गणना कर सकता है और बहुत से डाटा को स्टोर करके रख सकता है |


Full Form of Computer


C = Commonly

O = Operating

M = Machine

P = Particularly

U = Used for

T = Technical

E = Educational and

R = Research


Computer क्या है?



कंप्यूटर एक electronic device है जो की data को input के रूप में लेता है उनको process करके meaningful output के रूप में information produce करता है | Computer मे data को store, retrieve, and process करने की ability होती है | Computer की help से आप documents type कर सकते है, mail भेज सकते है, games खेल सकते है, print कर सकते है, internet पर information को browse कर सकते है, calculate कर सकते है, movie देख सकते है, गाने सुन सकते है और भी बहुत कुछ कर सकते है |